Khelo Bharat Niti 2025 भारत सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी पहल है जिसका उद्देश्य देश में खेलों को एक संगठित, समावेशी और उच्च-स्तरीय मंच प्रदान करना है। यह नीति न केवल पेशेवर खिलाड़ियों के लिए अवसरों को बढ़ाती है, बल्कि जमीनी स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक खेलों की संस्कृति को सशक्त बनाती है। इस नीति को “न्यू इंडिया की न्यू स्पोर्ट्स विज़न” के तहत तैयार किया गया है, जिसमें खेलों को सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक विकास के उपकरण के रूप में देखा गया है।
नीति का उद्देश्य
Khelo Bharat Niti 2025 का मुख्य उद्देश्य है:
- हर नागरिक को खेलों में भागीदारी के लिए प्रेरित करना
- प्रतिभा की पहचान कर उसे प्रशिक्षण और संसाधनों से सशक्त करना
- अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत की भागीदारी और प्रदर्शन को बेहतर बनाना
- खेलों को एक रोजगार और व्यवसायिक विकल्प के रूप में स्थापित करना
- खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना
प्रमुख पहल
1. स्कूली और कॉलेज स्तर पर खेलों का एकीकरण
स्कूल और कॉलेज पाठ्यक्रम में खेलों को मुख्यधारा का हिस्सा बनाया जाएगा। प्रत्येक छात्र के लिए एक अनिवार्य खेल विषय निर्धारित किया जाएगा। इससे न केवल बच्चों की शारीरिक फिटनेस बढ़ेगी, बल्कि खेलों को करियर के रूप में भी अपनाने का अवसर मिलेगा।
2. प्रतिभा पहचान और प्रशिक्षण कार्यक्रम
जिलों और ग्राम पंचायत स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान के लिए टैलेंट हंट और ट्रायल्स आयोजित किए जाएंगे। इन प्रतिभाओं को स्थानीय स्तर पर स्पोर्ट्स एकेडमी और कोचिंग सेंटरों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सरकार ‘एक जिला, एक खेल’ (One District, One Sport) की रणनीति अपनाएगी।
3. खेल अवसंरचना का विकास
हर जिले में मिनी स्टेडियम, सिंथेटिक ट्रैक, स्विमिंग पूल, जिम और मल्टी-स्पोर्ट्स हॉल जैसे बुनियादी ढांचे तैयार किए जाएंगे। पंचायत स्तर पर ओपन जिम और योगा स्पेस को प्रोत्साहित किया जाएगा।
4. महिला एवं दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए विशेष पहल
महिला खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित और प्रोत्साहक माहौल सुनिश्चित करने के लिए अलग प्रशिक्षण कार्यक्रम, छात्रवृत्तियाँ, और ट्रैवल सुविधाएँ दी जाएंगी। दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए समर्पित प्रशिक्षण केंद्र और प्रतियोगिताओं का आयोजन भी नीति का हिस्सा है।
5. खेलों को रोजगार से जोड़ना
खिलाड़ियों को खेल के क्षेत्र में कैरियर विकल्प उपलब्ध कराने के लिए कोचिंग, खेल पत्रकारिता, खेल फिजियोथेरेपी, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट आदि क्षेत्रों में ट्रेनिंग और प्रमाणन कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण और विशेष कोटा दिया जाएगा।
डिजिटल भारत के साथ खेलों का एकीकरण
खेलो भारत नीति 2025 में डिजिटल इंडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। ‘खेलो ऐप’ और ‘डिजिटल टैलेंट पोर्टल’ के माध्यम से खिलाड़ी अपना डेटा, प्रदर्शन रिपोर्ट और प्रशिक्षण मॉड्यूल एक्सेस कर सकेंगे। इससे पारदर्शिता और प्लेयर ट्रैकिंग में सुधार होगा।
निजी क्षेत्र की भागीदारी
सरकार खेलो भारत नीति के तहत सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP मॉडल) को भी बढ़ावा दे रही है। निजी कंपनियाँ खेलों में CSR के तहत स्टेडियम निर्माण, प्रशिक्षण प्रोग्राम और टैलेंट स्काउटिंग में योगदान दे सकेंगी।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत
नीति का एक दीर्घकालिक लक्ष्य है भारत को ओलंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में शीर्ष 10 देशों की सूची में लाना। इसके लिए भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी प्रशिक्षकों, सुविधाओं और टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए विशेष फंडिंग और समर्थन मिलेगा।
निष्कर्ष
Khelo Bharat Niti 2025 केवल एक सरकारी दस्तावेज नहीं, बल्कि यह एक संकल्प है—भारत को खेल महाशक्ति बनाने का। यह नीति हर वर्ग, उम्र, लिंग और क्षेत्र के व्यक्ति को खेलों से जोड़ने का एक माध्यम है। यदि इसे सही ढंग से लागू किया जाए, तो भारत न केवल खेलों में नई ऊंचाइयों को छू सकता है, बल्कि सामाजिक बदलाव और युवाओं को सकारात्मक दिशा देने में भी अग्रणी भूमिका निभा सकता है।






